बीत चुके घटनाक्रम के धरातल पर, आज कि तैयारी करना। दर्जी को पुरानी नाप देकर आज के कपडे सिलवाने जैसा है।
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कतरनें
इक नजर
Nov 4, 2010
एक झूठ हजार सच्चाईयों का नाश कर देता है.
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